Sitasmart-M 50/500 Tablet Use in Hindi: Sitasmart M 50/500 mg Tablet एक हीलिंग-फार्मा कंपनी की दवा है, जिनके मुख्य संघटक तत्व सीटाग्लिप्टिन जो Dipeptidyl Peptidase- 4 Inhibitor श्रेणी की दवा है, और मेटफोर्मिन Biguanide श्रेणी की दवा है, जिनका उपयोग मुख्य रूप से डॉक्टर के द्वारा टाइप 2 मधुमेह के लिए पर्ची में लेखा जाता है, जिसे टाइप 2 मधुमेह के मरीज में रक्त शर्करा का नियंत्रण बना रहै।
Sitasmart-M 50/500 Tablet संक्षिप्त जानकारी
- ब्रांड का नाम: सीतास्मार्ट एम् 50/500 टैबलेट
- उत्पादक: हीलिंग-फार्मा
- सक्रिय संघटन: मेटफोर्मिन 500 मिलीग्राम+ सीटाग्लिप्टिन 50 मिलीग्राम
- उपयोग: टाइप 2 डायबिटीज़
- भंडारण: 30 डिग्री सैल्सियस से कम
- कीमत: Rs.308, 15 टैबलेट
Table of Contents
Sitasmart-M 50/500 Tablet की कार्य प्रणाली
जैसे की हमने देखा Sitasmart-M 50/500 Tablet में दो सक्रिय घटक होते है, एक सीटाग्लिप्टिन और दूसरा मेटफोर्मिन होता है यह दोनों टाइप 2 डायबेटीस में उपयोग में लिए जाते। इन दोनों की श्रेणी अलग अलग है। लेकिन दोनों की कार्य प्रणाली विभिन्न है दोनों की कार्य प्रणाली में शामिल है।
सीटाग्लिप्टिन कार्य प्रणाली
सीटाग्लिप्टिन DPP-4 inhibitor नमक श्रेणी की दवा है यह मुख्य रूप से शरीर में इन्क्रेटिन हॉर्मोन्स को बढ़ाने में मदद करती है, जिस वजह से इंसुलिन का प्रोडक्शन जेडहोता है, और ग्लुकागोन की मात्रा को कम करती है। जिस वजह से भोजन के बाद बढ़ने वाली रक्त शर्करा का नियंत्रण बना रहता है।
मेटफोर्मिन कार्य प्रणाली
मेटफोर्मिन एक Biguanide वर्ग की दवा है, यह मुख्य रूप से कार्य प्रणाली में गुर्दे में ग्लूकोज के निर्माण को कम करती है , और इंसुलिन की सवेदंशीलता शरीर की कोशिकाओं में ज्यादा कर देती है। जिसे ग्लूकोज का अवशोषण बढ़ता है। और यह आंतों से ग्लूकोज का शोषण कम करता है।
Sitasmart-M 50/500 Tablet के फायदे
सीटाग्लिप्टिन और मेटफोर्मिन दोनों मिलकर सिनर्जिस्टिक प्रक्रिया पैदा करते है, जिसे शरीर में रक्त शर्करा के स्तर में नियंत्रण करने में मदद उलटी है, उस वजह से Sitasmart-M 50/500 Tablet का उपयोग डॉक्टर के सही जाँच के बाद टाइप 2 डाईबेटिस के मरीज को उपयोग करने के लिए सूचित किया जाता है।
Sitasmart-M 50/500 Tablet के बुरे प्रभाव
अगर Sitasmart-M 50/500 Tablet का सही डॉक्टर के निर्देशन के आधारित उपयोग न कर ने से या अन्य स्वास्थ्य समस्या की वजह से आपको सामान्य से लेकर गंभीर बुरे प्रभाव का समान करना पड़ सकता है। उस वजह से Sitasmart-M 50/500 Tablet का उपयोग केवल डॉक्टर की सलाह और सूचना के आधारित उपयोग करना चाहिए। Sitasmart-M 50/500 Tablet के बुरे प्रभाव में शामिल है।
सामान्य बुरे प्रभाव
- सिरदर्द
- उल्टी
- पेट दर्द
- दस्त
- अपचा
- ठंड लगने की समस्या
- सांस फूलना
- कमजोरी या थकान
- जोड़ो में दर्द
- चक्कर की समस्या
गंभीर दुष्प्रभाव
- लैक्टिकएसिडोसिस
- पैंक्रियाटिटिस की समस्या
- हाइपोग्लाइसीमिया
- त्वचा में जलन
- त्वचा में खुजली
Sitasmart-M 50/500 Tablet की चेतवनियां
Sitasmart-M 50/500 Tablet का उपयोग करते वक्त कुछ महत्वपूर्ण सावधानियों को ध्यान में रखना बेहद जरुरी है। अन्य था आपको कई तरह के बुरे प्रभाव का सामना करना पड़ सकता है। उस वजह से डॉक्टर की सलाह और यहाँ पर बताये हुये सावधानियों का पालन करना जरुरी है।
गुर्दे या किडनी की समस्या
अगर आपको पहले से गुर्दे या किडनी की समस्या है, तो आपको इस दवा का उपयोग करने के लिए विशेष सावधानियों बरतनी बेहद जरुरी है क्यों की Sitasmart-M 50/500 Tablet में मेटफोर्मिन होता है, यह किडनी के माध्यम से शरीर में से बहार निकलता है। मगर किडनी ख़राब होने की वजह से मेटफोर्मिन अंदर जाम होने लगती है जिसे लैक्टिकएसिडोसिस होने का खतरा बढ़ जाता है।
सर्जरी या स्कैन से पहले
अगर मरीज को किसी भी तरह की सर्जरी या रेडीयोलॉजिक स्कैन की जरुरत है। तब आपको यह बात डॉक्टर को बतानी बेहद जरुरी है क्यों की रेडियोलोजी में मुख्य रूप से आयोडीन युक्त कंट्रास्ट का उपयोग किया जाता है। जिस वजह से डॉक्टर मेटफोर्मिन दवा का उपयोग कुछ वक्त तक बंध कर देते है।
गर्भावस्था और स्तनपान
गर्भवती महिला और स्तनपान करने वाली महिला को केवल डॉक्टर की सलाह और सूचना के आधारित Sitasmart-M 50/500 Tablet का उपयोग करना चाहिए अन्य था आपको गंभीर समस्या का सामान करना पड़ सकता है। जिस वजह से डॉक्टर का निर्देश आवश्यक है।
हाइपोग्लाइसीमिया पर ध्यान दे
कई बार देखा गया है। की मरीज को ज्यादा रक्त शर्करा कम होने की वजह से हाइपोग्लाइसीमिया का शिकार बनाना पड़ता है।जिसे उनको थकन कमजोरी और चक्कर आने जैसी समस्या का सामना करना पद सकता है। उस वजह से वजह से आपको नियमित रूप से रक्त शर्करा की जाँच करने चाहिए।
एलर्जी के लक्षण दिखने पर
कई लोगो को मेटफोर्मिन और सीतग्लिटिन का उपयोग से त्वचा में जलन, ज्यादा खुजली की समस्या और सूजन और बदन दर्द की समस्या हो सकती है। उस वजह से इन दवाइयां का उपयोग केवल डॉक्टर की सलाह और सूचना के आधारित उपयोग करना चाहिए।
दिल की बीमारियोंमें
अगर किसी भी इंसान को दिल की बीमारियों या हार्ट अटैक जैसी समस्या पहले से है, तो उन लोगो को मेटफोर्मिन और सीटाग्लिप्टिन टैबलेट का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करना बेहद जरुरी है, अन्य था आपको गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
Sitasmart-M 50/500 Tablet की परस्पर क्रिया
Sitasmart-M 50/500 Tablet का कई दवाइयां के साथ और कई पदार्थ के कारण परस्पर क्रिया हो सकती है। और यह मेटफोर्मिन और सीटाग्लिप्टिन के प्रभाव में कुछ बदलाव करने के साथ साथ कई तरह की स्वास्थ्य समस्या खड़ी कर सकती है। उस वजह से इन दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह और सूचना के आधारित उपयोग करना चाहिए।
दिल की दवाइयां के साथ
दिल की बीमारियों के लिए उपयोग में लिए जाने वाली दवाइयांजैसे की लिसिनोप्रिल,एनालाप्रिल और लोसार्टन जैसी दवाइयां का मेटफोर्मिन और सीटाग्लिप्टिन टैबलेट के साथ करने से हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है। जिस के कारण चक्कर और थकान जैसी समस्या हो सकती है। उस वजह से डॉक्टर की सलाह का सम्पूर्ण पालन करें
थियाजाइड दवाइयां के साथ
थियाजाइड दवाइयां और डायुरेटिक्स दवाइयां का उपयोग मेटफोर्मिन के साथ करने से यह रक्त शर्करा का स्तर को बढ़ा सकता है या घटा सकता है। जिस वजह से आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्या का सामना कर न पड़ सकता है, इन दोनों दवाइयां का साथ में उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह और सूचना का पालन करें
स्टेरॉयड दवाइयां के साथ
स्टेरॉयड दवाइयां जैसी की प्रेडनिसोलोन और डेक्सामेथासोन जैसी दवाइयां का उपयोग मेटफोर्मिन के साथ करने से यह मेटफोर्मिन और सीटाग्लिप्टिन के प्रभाव को कम कर सकती है, जिस वजह से आपको रक्त शर्करा के स्तर में विभिन्न पैदा कर सकता है।
नॉन स्टेरॉयडल एंटीइंफ्लामेटरी
नॉन स्टेरॉयडल एंटीइंफ्लामेटरी दवा का उपयोग मुख्य रूप से शरीर के दर्द के लिए उपयोग किया जाता है, मगर नॉन स्टेरॉयडल एंटीइंफ्लामेटरी दवाइयां का उपयोग सीटाग्लिप्टिन और मेटफोर्मिन के साथ करने से मुख्य रूप से हाइपोग्लाइसीमिया होने की समस्या बढ़ जाती है।
आयोडीन युक्त कंट्रास्ट
कुछ मेडिकल प्रक्रिया जैसे की CT स्कैन या इमेजिंग टेस्ट में मुख्य रूप से आयोडीन युक्त कंट्रास्ट डाई का उपयोग किया जाता है। जिसे CT स्कैन या इमेजिंग टेस्ट के दौरान मेटफोर्मिन का उपयोग गंभीर किडनी की समस्या कर सकता है, उस वजह से CT स्कैन या इमेजिंग टेस्ट से पहले कुछ दिनों तक मेटफोर्मिन दवा का उपयोग बंध करवा दिया जाता है।
एंटीबायोटिक्स दवाइयां के साथ
मुख्य रूप से एंटीबायोटिक्स दवाइयां का उपयोग बैक्ट्रिया और वायरल संक्रमण के लिए किया जाता है। मगर कुछ एंटीबायोटिक्स दवाइयां जैसे की रिफाम्पिन और सिप्रोफ्लोक्सासिन दवाइयां मेटफोर्मिन के साथ उपयोग करने से कुछ मरीज़ों में हाइपोग्लाइसीमिया की समस्या देख गई है।
विटामिन B12 की कमी
कुछ मामले में देखा गया है की मेटफोर्मिन टैबलेट का उपयोग लंबे समय तक करने से यह आपको विटामिन B12 के स्तर को कम कर सकती है। जिसे आपको न्यूरोलॉजिकल समस्या हो सकती है। उस वजह से लंबे वक्त तक आप मेटफोर्मिन का सेवन कर रहै हो तो आपको विटामिन B12 की जाँच करवा नी चाहिए।
Sitasmart-M 50/500 Tablet का उपयोग कैसे करे
Sitasmart-M 50/500 Tablet का उपयोग मुख्य रूप से डॉक्टर की सलाह और सूचना के आधारित उपयोग करना चाहिए Sitasmart-M 50/500 Tablet का उपयोग करते वक्त आपको अपने रक्त शर्करा का का मॉनिटरिंग करना बेहद जरुरी है
Sitasmart-M 50/500 Tablet का उपयोग भोजन के साथ या भोजन के बाद सुबह या शाम डॉक्टर के मुताबिक सूचित किया जाता है। और Sitasmart-M 50/500 Tablet एक टैबलेट होने की वजह से इसे मुँह के माध्यम से पानी के साथ निगल जाना चाहिए।
Sitasmart-M 50/500 Tablet का भंडारण
Sitasmart-M 50/500 Tablet को मुख्य रूप से एक्सपर्ट और फार्मासिस्ट के मुताबिक 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर न रखना चाहिए उसके आलावा। ज्यादा नमी वाली जगह पर भी नहीं रखना चाहिए अन्य था इसके बुरे प्रभाव या उसमे बदलाव होने की समस्या बढ़ जाती है।
यह एक टाइप 2 डायबेट्स के मरीज के लिए उपयोग में लिया जाता है उस वजसे। बचो और पालतू जानवर से दूर रखना चाहिए। अन्य था उनको गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है। उस वजह से Sitasmart-M 50/500 Tablet को सुरक्षित कमरे के लॉकर या सेफ जगह पर रखना चाहिए।
Sitasmart m 50/500 Alternative
यहाँ पर आपको Sitasmart m 50/500 Alternative का लिस्ट दिखाया है, जिसे आपको आसानी से जानकारी मिल सके की इस दवा जैसी अन्य कौनसी दवा का उपयोग मधुमेह के इलाज के लिए डॉक्टर के द्वारा लिखा जाता है, ज्यादा जानकारी के लिए पढ़े: Sitasmart m 50/500 Alternative
- Janumet 50/500 mg Tablet
- Suitglip-M 50/500 mg Tablet
- Glura M 500 mg Tablet
- Sitason M 50/500 mg Tablet
- Sitaglo M Tablet
- Javaglip MS 50/500 mg Tablet
निष्कर्ष
जैसे की हमने फुल जानकारी Sitasmart-M 50/500 Tablet Use in Hindi में दिखा जिसे आसानी से मालूम होता है की यह दवा का उपयोग सही मात्रा में और डॉक्टर की सलाह और सूचना के आधारित उपयोग में लिया जाये तो यह टाइप 2 डाइबिटीस में उपयोग में लिया जा सकता है।
अस्वीकरण
यहाँ पर दी गई जानकारी अनुसंधान के आधारित है, और इसका उपयोग केवल अभ्यास के लिए है, कृपया किसी भी दवा का उपयोग कर ने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेना जरुरी है, कोई भी स्वास्थ्य समस्या के लिए master of medicines जिम्मेदार नहीं है।
और भी पढ़े
FAQ
Sitasmart-M 50/500 Tablet कौनसी बीमारी को ठीक करती है?
सीटाग्लिप्टिन और मेटफोर्मिन दोनों मिलकर सिनर्जिस्टिक असर पैदा करती है, जिसे शरीर में रक्त शर्करा के स्तर में नियंत्रण करने में मदद उल्टी है, वैसे Sitasmart-M 50/500 Tablet का उपयोग डॉक्टर के सही जाँच के बाद टाइप 2 डाईबेटिस के मरीज को उपयोग करने के लिए सूचित किया जाता है।
Sitasmart-M 50/500 Tablet का उपयोग कैसे करे?
Sitasmart-M 50/500 Tablet का उपयोग भोजन के साथ या भोजन के बाद सुबह या शाम डॉक्टर के मुताबिक सूचित किया जाता है। और Sitasmart-M 50/500 Tablet एक टैबलेट होने की वजह से इसे मुँह के माध्यम से पानी के साथ निगल जाना चाहिए।
Sitasmart-M 50/500 Tablet के बुरे प्रभाव क्या है?
सामान्य बुरे प्रभाव : सिरदर्द, उल्टी, पेट दर्द,दस्त, अपचा, ठंड लगने की समस्या, सांस फूलना, कमजोरी या थकान, जोड़ो में दर्द चक्कर की समस्या
गंभीर बुरे प्रभाव : लैक्टिकएसिडोसिस, पैंक्रियाटिटिस की समस्या, हाइपोग्लाइसीमिया, त्वचा में जलन
Sitasmart-M 50/500 Tablet कैसे काम करती है?
सीटाग्लिप्टिन कार्य प्रणाली: सीटाग्लिप्टिन DPP-4 inhibitor नमक श्रेणी की दवा है यह मुख्य रूप से शरीर में इन्क्रेटिन हॉर्मोन्स को बढ़ाने में मदद करती है, जिस वजह से इंसुलिन का प्रोडक्शन जेडहोता है और ग्लुकागोन की मात्रा को कम करती है। जिस वजह से भोजन के बाद बढ़ने वाली रक्त शर्करा का नियंत्रण बना रहता है।
मेटफोर्मिन कार्य प्रणाली :मेटफोर्मिन एक Biguanide वर्ग की दवा है, यह मुख्य रूप से कार्य प्रणाली में गुर्दे में ग्लूकोज के निर्माण को कम करती है, और इंसुलिन की सवेदंशीलता शरीर की कोशिकाओं में ज्यादा कर देती है। जिसे ग्लूकोज का अवशोषण बढ़ता है। और यह आंतों से ग्लूकोज का शोषण कम करता है।