Sitagliptin 50 mg Uses in Hindi और उपयोग, बुरा प्रभाव

Sitagliptin 50 mg Uses in Hindi– सीताग्लिप्टिन डायपिप्टीडाइल पेप्टीडेज-4 (DPP-4) इनहिबिटर श्रेणी की दवा है, जिनका उपयोग टाइप 2 मधुमेह में रक्त शर्करा की मात्रा नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर के द्वारा इस दवा का खुराक लेने के लिए सूचित किया जाता है।

सीताग्लिप्टिन टैबलेट के खुराक विभिन्न होते है, जैसे की सीताग्लिप्टिन 25 मिलीग्रा, सीताग्लिप्टिन 50 मिलीग्राम और सीताग्लिप्टिन 100 मिलीग्राम। और कई बार इस दवा का उपयोग अन्य मधुमेह की दवा के साथ किया जाता है, जैसी की मेटफोर्मिन जैसी दवा के साथ। इस दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह और सूचना के आधारित करना चाहिए अन्य था आपको कई गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

सीताग्लिप्टिन टैबलेट के खुराक (Sitagliptin Doses)

  • Sitagliptin 25mg
  • Sitagliptin 50mg
  • Sitagliptin 100mg

सीताग्लिप्टिन कैसे काम करता है (Mechanism of Action)

Sitagliptin 50 mg (सीताग्लिप्टिन) एक डायपिप्टीडाइल पेप्टीडेज-4 (DPP-4) इनहिबिटर है, जो मुख्य रूप से मधुमेह के इलाज के लिए किया जाता है, सीताग्लिप्टिन मुख्य रूप से काम करता है।

DPP-4 एंजाइम को अवरोध करना

Sitagliptin 50 mg का सेवन करने से सीताग्लिप्टिन हमारे शरीर के DPP-4 एंजाइम को रोकता है और DPP-4 एंजाइम ग्लूकागन जैसे पेप्टाइड-1 (GLP-1) और ग्लूकोज-निर्भर इंसुलिनोट्रोपिक पेप्टाइड (GIP) जैसे इन्क्रेटिन हार्मोन को तोड़ने का काम करता है। जिस वजह से ग्लूकोस का नियंत्रण होता है। उस वजह से सीताग्लिप्टिन का इस्तेमाल किया जाता है।

GLP-1 और GIP स्तर को बनाई रखना GLP-1 और GIP ऐसे हार्मोन हैं जो खाने के बाद शरीर में इंसुलिन के स्तर को बढ़ाते हैं और ग्लूकागन (ग्लूकोज बढ़ाने वाला हार्मोन) के स्तर को कम करते हैं।

इंसुलिन का स्राव को बढ़ाना

जब DPP-4 एंजाइम अवरुद्ध हो जाता है, तो GLP-1 और GIP का स्तर बढ़ जाता है। इससे पैंक्रियास (अग्नाशय) में बेटा कोशिकाओं अधिक इंसुलिन स्रावित करती हैं। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से खाने के बाद होती है, जिससे रक्त शर्करा लेवल नियंत्रित रहता है।

ग्लूकागन का उत्पादन कम करना

जब DPP-4 एंजाइम अवरुद्ध हो जाता है, तो GLP-1 और GIP का स्तर बढ़ जाता है। इससे पैंक्रियास (अग्नाशय) में बेटा कोशिकाओं अधिक इंसुलिन स्रावित करती हैं। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से खाने के बाद होती है, जिससे रक्त शर्करा लेवल नियंत्रित रहता है।

खाने के बाद रक्त शर्करा का नियंत्रण करना इन प्रक्रियाओं के माध्यम से, Sitagliptin 50 mg भोजन के बाद और उपवास के दौरान रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर और नियंत्रित करता है।

Sitagliptin 50 mg Uses in Hindi उपयोग

सीताग्लिप्टिन मुख्य रूप से मधुमेह जैसी समस्या में इस्तेमाल में लिया जाती है क्यों की सीताग्लिप्टिन इंसुलिन के मात्रा को बनाई रखने में मदद करती है। उसके साथ साथ इंसुलिन स्राव को नियंत्रित करने में भी मदद रूप होती है उस वजह से डॉक्टर सीताग्लिप्टिन का इस्तमाल करने के लिए प्रिस्क्रिप्शन लिखते है।

रक्त शर्करा का नियंत्रण

सीताग्लिप्टिन जिगर (Liver) के द्वारा निर्माण होने वाला इंसुलिन और रक्त शर्करा का नियंत्रण करने में मदद रूप होती है। जिस वजह से सीताग्लिप्टिन का अभी के वक्त में ज्यादा रक्त शर्करा होने पे Sitagliptin 50 mg का इस्तेमाल किया जाता है। और डॉक्टर के द्वारा प्रिस्क्रिप्शन लिखा जाता है।

डायबिटीज़ के कारण होने वाले अन्य रोग से दूर रखने में

कई बार डायबिटीज़ की वजह से हदय रोग किडनी की समस्या सके साथ साथ कभी कभी तंत्रिका तंत्र पे गंभीर समस्या हो जाती है ज्यादा रक्त शर्करा बढ़ जाने से तो सीताग्लिप्टिन उन समस्या का ठीक करने के लिए डॉक्टर के द्वारा प्रिस्क्रिप्शन में लिखा जाता है।

इंसुलिन की मात्रा बनाई रखने में

सीताग्लिप्टिन टैबलेट HbA1c लेवल को कम करता है में मदद रूप होता है। जिस वजह से इंसुलिन का स्राव जो हमारे जिगर (Liver) से होता है। उसका नियंत्रण रखती है उस वजह से सीताग्लिप्टिन टैबलेट का ज्यादा इस्तमाल में लिया जाता है। सल्फोनिलयूरिया से जयादा।

Sitagliptin टैबलेट की चेतवनियां (Precautions)

Sitagliptin 50 mg uses डॉक्टर की सलाह के बिना इस्तमाल नहीं करना चाहिए। और Sitagliptin को आप खाने के बाद या खाने से पहले इस्तमाल कर सकते हो। उसके अलावा अगर आप रोज़ा ना Sitagliptin 50 mg दवा का इस्तमाल कर रहै हो तो आपको रोजाने रक्त शर्करा की जाँच करनी चाहिए।

Sitagliptin का इस्तमाल कर ने के बाद आपको कोई समस्या या अन्य कोई लक्षण देखते है, तो तुरंत आपको Sitagliptin 50 mg का इस्तेमाल बंध करके अपने डॉक्टर की सलाह जरूर से लेनी चाहिए।

Sitagliptin टैबलेट के संभावित बुरा प्रभाव (Side Effect)

Sitagliptin 50 mg का इस्तमाल से कई लोगो में ऐसे लक्षण पाए जाते है। अगर आपको इनमे से कोई लक्षण देखते है तो आपको तुरंत डॉक्टर से बात करनी चाहिए जिसे आपको अन्य कोई गंभीर समस्या का शिकार बनाना न पड़े

  • सिरदर्द
  • गले में खराश
  • जोड़ो में दर्द
  • सूजन की समस्या
  • उलटी जैसा महसूस होना

Sitagliptin टैबलेट अन्य दवा के साथ

मुख्य रूप से सीताग्लिप्टिन 25mg, सीताग्लिप्टिन 50 mg, सीताग्लिप्टिन 100 mg होता है। लकिन कई बार डायबेटीस कण्ट्रोल नहीं होने की वजह से सीताग्लिप्टिन को अन्य दयबेट्स के दवा के साथ मिला के दिया जता है। जिन में शामिल है।

  • सीताग्लिप्टिन + मेटफार्मिन टैबलेट
  • सीताग्लिप्टिन + विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट
  • सीताग्लिप्टिन + मेटफोर्मिन + विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट
  • सीताग्लिप्टिन + डेपाग्लिफ्लोज़िन टैबलेट

निष्कर्ष (Conclusion)

सीताग्लिप्टिन टाइप 2 दयबेट्स में इस्तेमाल होने वाली डायपिप्टीडाइल पेप्टीडेज-4 (DPP-4) इनहिबिटर दवा है, जिनके अलग अलग खुराक का इस्तमाल करके मधुमेह जैसे समस्या में इस्तेमाल किया जाता है।

और सीताग्लिप्टिन का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर से लीजिये। उम्मीद करते है आपको Sitagliptin 50 mg Uses in Hindi के बारे में सबकुछ जानकारी मिल गई होगी, अगर आपको इस पोस्ट से लगती कोई समस्या और सुझाव है तो हमें जरूर से संपर्क करें

अस्वीकरण
यहाँ पर दी गई जानकारी अनुसंधान के आधारित है, और इसका उपयोग केवल अभ्यास के लिए है, कृपया किसी भी दवा का उपयोग कर ने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेना जरुरी है, कोई भी स्वास्थ्य समस्या के लिए master of medicines जिम्मेदार नहीं है।

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FAQ

सीताग्लिप्टिन लेने के लिए दिन का सबसे अच्छा समय क्या है?

सीताग्लिप्टिन एक टैबलेट है उस वजह से उसका सेवन मुँह के माध्यम से किया जाता हे, मुख्य रूप से सीताग्लिप्टिन टैबलेट का इस्तमाल कई डॉक्टर सुबह और शाम को लिखते और सीताग्लिप्टिन टैबलेट को भोजन के साथ या भोजन से पहले लेने के लिए डॉक्टर सूचित करते हे।

सीताग्लिप्टिन का सेवन कब करना चाहिए?

सीताग्लिप्टिन टैबलेट का सेवन मुख्य रूप से डॉक्टर द्वारा सुबह और शाम को या तो दिन में एक बार इस्तमाल करने के लिए सूचित किया जाता हे, क्यों की यह दवा का खुराक मरीज के रक्त शर्करा मात्रा पे निर्भर करता हे। उस वजह से सीताग्लिप्टिन टैबलेट का इस्तमाल करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर से लीजिये।

सीताग्लिप्टिन किसे नहीं लेना चाहिए?

सीताग्लिप्टिन उन लोगो नहीं लेना चाहिए जिनको स्टोन की समस्या हो उसके अलावा सीताग्लिप्टिन की वजह से बार बार खुजली और रेसिस जैसी समस्या हो उन लोगो को इस्तमाल नहीं करना चाहिए

सीताग्लिप्टिन का मुख्य बुरा प्रभाव क्या है?

सिरदर्द, गले में खराश, जोड़ो में दर्द, सूजन की समस्या, उलटी जैसा महसूस होना

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